नई दिल्ली। दकोरोना महामारी से निपटने में इटली ने जो गलती की वह भारत नहीं दोहराना चाहता है। इटली ने कोरोना वायरस से लड़ाई के दौरान अपने अस्पतालों के सभी डॉक्टर को एक साथ ड्यूटी पर लगा दिया था जिसके बाद यह हुआ कि उसके डॉक्टर और नर्स लगातार कोरोना वायरस के संक्रमण में आते गए। आंकड़ों की मानें तो अब तक के इटली में 50 से अधिक डॉक्टरों की मौत हो चुकी है जबकि 6000 से ज्यादा डॉक्टर कोरोना वायरस के संक्रमण में आ चुके हैं। फिलहाल इटली की हालत भयावह हो गई है। वहां मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत समेत विश्व के सभी बड़े देश इस महामारी की चपेट में है। तमाम उपाय किए जा रहे हैं पर यह महामारी लगातार विकराल रूप धारण करता जा रहा है। इस महामारी को देखते हुए अस्पतालों में उपचार की कई सुविधाएं बढ़ाए गए हैं , डॉक्टरों की तैनाती बढ़ा दी गई है और लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है। कायदे से देखें तो जिस तरीके की यह महामारी है, उसके अनुसार अस्पतालों में एक साथ सभी डॉक्टर्स को लगा दिया जाना चाहिए। लेकिन भारत में ऐसा नहीं हो रहा है। कोरोना महामारी के इस संकट के बीच भारत के अस्पतालों में रोटेशन पॉलिसी के तहत डॉक्टरों और नर्सों की तैनाती की जा रही है।
रोटेशन पॉलिसी के तहत डॉक्टरों और नर्सों की तैनाती